Sunday, 19 July 2015

सुकरात के अनमोल विचार

Quote 1: An honest man is always a child.
In Hindi : एक ईमानदार आदमी हमेशा एक बच्चा होता है.
Socrates सुकरात

Quote 2: All men’s souls are immortal, but the souls of the righteous are immortal and divine.
In Hindi : हर व्यक्ति की आत्मा अमर होती है , लेकिन जो व्यक्ति नेक होते हैं उनकी आत्मा अमर और दिव्य होती है
Socrates सुकरात

Quote 3: As for me, all I know is that I know nothing.
In Hindi : जहाँ तक मेरा सवाल है , मैं बस इतना जानता हूँ कि मैं कुछ नहीं जानता.
Socrates सुकरात
Quote 4: As to marriage or celibacy, let a man take which course he will, he will be sure to repent.
In Hindi : शादी या ब्रह्मचर्य , आदमी चाहे जो भी रास्ता चुन ले , उसे बाद में पछताना ही पड़ता है .
Socrates सुकरात

Quote 5: Be slow to fall into friendship; but when thou art in, continue firm and constant.
In Hindi : मित्रता करने में धीमे रहिये , पर जब कर लीजिये तो उसे मजबूती से निभाइए और उसपर स्थिर रहिये .
Socrates सुकरात

Quote 6: Death may be the greatest of all human blessings.
In Hindi : मृत्यु संभवतः मानवीय वरदानो में सबसे महान है .
Socrates सुकरात

Quote 7: By all means, marry. If you get a good wife, you’ll become happy; if you get a bad one, you’ll become a philosopher.
In Hindi : चाहे जो हो जाये शादी कीजिये . अगर अच्छी पत्नी मिली तो आपकी ज़िन्दगी खुशहाल रहेगी ; अगर बुरी पत्नी मिलेगी तो आप दार्शनिक बन जायेंगे .
Socrates सुकरात

Quote 8: Beauty is a short-lived tyranny.
In Hindi : सौंदर्य एक अल्पकालिक अत्याचार है.
Socrates सुकरात

Quote 9: Where there is reverence there is fear, but there is not reverence everywhere that there is fear, because fear presumably has a wider extension than reverence.
In Hindi : जहाँ सम्मान है वहां डर है ,पर ऐसी हर जगह सम्मान नहीं है जहाँ डर है, क्योंकि संभवतः डर सम्मान से ज्यादा व्यापक है.
Socrates सुकरात

Quote 10: The greatest way to live with honor in this world is to be what we pretend to be.
In Hindi : इस दुनिया में सम्मान से जीने का सबसे महान तरीका है कि हम वो बनें जो हम होने का दिखावा करते हैं.
Socrates सुकरात

Quote 11: Our prayers should be for blessings in general, for God knows best what is good for us.
In Hindi : हमारी प्रार्थना बस सामान्य रूप से आशीर्वाद के लिए होनी चाहिए, क्योंकि भगवान जानते हैं कि हमारे लिए क्या अच्छा है.
Socrates सुकरात

Quote 12: Not life, but good life, is to be chiefly valued.
In Hindi : ज़िन्दगी नहीं , बल्कि एक अच्छी ज़िन्दगी को महत्ता देनी चाहिए.
Socrates सुकरात

Quote 13: From the deepest desires often come the deadliest hate.
In Hindi : अधिकतर आपकी गहन इच्छाओं से ही घोर नफरत पैदा होती है .
Socrates सुकरात

Quote 14: False words are not only evil in themselves, but they infect the soul with evil.
In Hindi : झूठे शब्द सिर्फ खुद में बुरे नहीं होते , बल्कि वो आपकी आत्मा को भी बुराई से संक्रमित कर देते हैं.
Socrates सुकरात

Quote 15: Employ your time in improving yourself by other men’s writings, so that you shall gain easily what others have labored hard for.
In Hindi : अपना समय औरों के लेखों से खुद को सुधारने में लगाइए , ताकि आप उन चीजों को आसानी से जान पाएं जिसके लिए औरों ने कठिन मेहनत की है .
Socrates सुकरात

Quote 16: He is richest who is content with the least, for content is the wealth of nature.
In Hindi : वो सबसे धनवान है जो कम से कम में संतुष्ट है , क्योंकि संतुष्टि प्रकृति कि दौलत है .
Socrates सुकरात

Quote 17: It is not living that matters, but living rightly.
In Hindi : सिर्फ जीना मायने नहीं रखता , सच्चाई से जीना मायने रखता है.
Socrates सुकरात

Quote 18: I am the wisest man alive, for I know one thing, and that is that I know nothing.
In Hindi : मैं सभी जीवित लोगों में सबसे बुद्धिमान हूँ , क्योंकि मैं ये जानता हूँ कि मैं कुछ नहीं जानता हूँ .
Socrates सुकरात

Quote 19: Worthless people live only to eat and drink; people of worth eat and drink only to live.
In Hindi : मूल्यहीन व्यक्ति केवल खाने और पीने के लिए जीते हैं; मूल्यवान व्यक्ति केवल जीने के लिए खाते और पीते हैं.
Socrates सुकरात

सुकरात की मृत्यु कैसे हुई -how was Socrates died ?

how was Socrates died – आज से करीब 2300 साल पहले एथेंस के बहुत ही गरीब परिवार में सुकरात का जन्म हुआ और उसकी बातों और आचार विहार से वह सूफी जान पड़ता था सूफियों की भाँति साधारण शिक्षा तथा मानव सदाचार पर वह जोर देता था और उन्हीं की तरह पुरानी रूढ़ियों पर प्रहार करता था। वह कहता था, “”सच्चा ज्ञान संभव है बशर्ते उसके लिए ठीक तौर पर प्रयत्न किया जाए; जो बातें हमारी समझ में आती हैं या हमारे सामने आई हैं, उन्हें तत्संबंधी घटनाओं पर हम परखें, इस तरह अनेक परखों के बाद हम एक सचाई पर पहुँच सकते हैं। ज्ञान के समान पवित्रतम कोई वस्तु नहीं हैं।’

लेकिन रूढ़िवादी परम्पराओं पर प्रहार करने के कारण ही एथेंस के सारे प्रतिष्ठित व्यक्ति उसके दुश्मन बन गए थे बोलने की बेबाकी और अनोखपन ही था जो एथेंस की सड़को पर सुकरात तमाम उन लोगो को बेनकाब करता और उनके विरुद्ध में बाते बोलता जो प्रभावशाली थे और अंत में सुकरात पर इल्जाम लगाया गया कि
” इसने युवा लड़को के मस्तिस्क को भ्रष्ट करने का जुर्म किया है और राज्य के द्वारा मान्यता प्राप्त देवी देवताओं में विश्वाश करने की बजाय वह अपने बनाये गए देवी देवताओं को मानता है ।” जब अदालत में ज्यूरी ने सुकरात को दोषी ठहराया उन इल्ज़ामों के लिए जो उस पर लगाये गए थे तो उसने बड़ी शांति से उस फैसले को सुना और कहा ” मेरी विदाई का समय आ गया है मैं अब मरने जा रहा हूँ और आप जीने लेकिन इस में कौनसी घटना अधिक सुखद है इस बारे में केवल ईश्वर जानता है । ”

सुकरात को सज़ा सुनाने के बाद क्रिटो जो कि सुकरात का एक धनवान शिष्य था उसने सुकरात को अनुरोध किया कि अगर वो चाहे तो जेलर को बहुत सारा धन देकर वो उसे छुड़वा सकते है लेकिन सुकरात ने मना कर दिए कि अगर हर नागरिक कानून तोड़े तो प्रशासन कैसे चलेगा और सुकरात का एक शिष्य फेडो जो उसके साथ उसके अंतिम पल तक था उसने सुकरात के मृत्यु के समय का वर्णन किया है कि सुकरात को दिन भर घोटकर तैयार किये हुए जहर हैमलॉक दिया गया जिसकी विशेषता थी कि बिना किसी पीड़ा के किसी को इसे पिलाकर मृत्यु दी जा सकती थी ।

जिस दिन सुकरात को सज़ा दी जानी थी उस दिन सूर्यास्त होने पर जेलर सुकरात से मिलने आया और उस से कहा कि निश्चित ही तुम दुनिया के सबसे बुद्धिमान पुरुष हो क्योकि तुमने कभी बाकी दूसरे कैदियों की तरह मुझे कोसा नहीं क्योकि तुम जानते हो मैं केवल सरकारी हुकुम की तामील कर रहा हूँ और जब अब तुम्हारे साथ ये होने वाला है इसे जितना हो सके सहजता से झेलना और ये कहते कहते वो रो पड़ा ।
सुकरात ने कहा अब जहर ले आओ तो क्रिटो ने कहा थोड़ी देर रुक जाइए क्योकि बाकि कैदी तो इस घडी को टालते है और आधी रात तक जहर नहीं लेते तो सुकरात ने जवाब दिया की मैं ऐसा करूंगा तो अपनी ही नज़रो में गिर जाऊंगा क्योकि उनके लिए तो ये स्वाभाविक है तुम जहर ले आओ तो अधिकारी जहर ले आया और सुकरात ने कहा कि क्या वो इसे पीने से पहले प्रार्थना तो कर सकते है ताकि इस जगत से उस जगत में उसका प्रवेश सुगम हो और इसके साथ सुकरात एक घूँट में पूरा जहर पी गया ।
थोड़ी देर बाद उसका नीचे का शरीर सुन्न पड़ गया तो जब जहर कमर तक पहुंचा तो सुकरात ने खुद पर ढकी चादर उठाकर कहा कि असलेपियस देवी को मुर्गा भेंट कर देना और इसे भूलना नहीं । क्रिटो ने कहा की ये हो जायेगा और कुछ कहना चाहे तो कहे ।

सुकरात ने इस पर कोई जवाब नहीं दिया और कुछ देर बाद प्राण त्याग दिए लेकिन ये हैरानी का विषय था कि सत्तर साल की आयु तक जो व्यक्ति इतनी बेबाकी से जिया और रूढ़िवादी लोगो पर अपने प्रखर बुद्धि के द्वारा प्रतिष्ठित लोगो का जीना हराम कर दिया और हस्ते हस्ते जहर का प्याला पिया उसे क्यों एस्लेपियल देवी को मुर्गा भेंट करना था ।
क्योकि वो इसलिए की असलेपियल स्वस्थ्य की देवी थी और जो स्वस्थ हो जाता वो उसे मुर्गा भेंट करता था तो सुकरात का ये कहना एक नए और स्वस्थ जीवन में प्रवेश होने का संकेत था न की मृत्यु और जीवन के समापन का । तो इस तरह एक दार्शनिक की अनूठे जीवन और उतनी ही अनूठी मृत्यु की ये कहानी है जिसे प्लेटो ने संकलित किया है |

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